श्रद्धासुमन – मध्य के कालखंड में हम ने अपने कई निकटस्थ बंधुओं को खोया है. जिनके मार्गदर्शन से हम हमेशा ही लाभान्वित होते रहे हैं. ऐसे मा. कृ. सूर्यनारायणराव आज हमारे मध्य नहीं हैं. सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक एवं कला क्षेत्र के जिन व्यक्तित्व का सान्निध्य हमें प्राप्त होता रहा और देश उनकी प्रतिभा एवम कर्तृत्व से लाभान्वित हुआ, ऐसे कई महानुभाव अपना पार्थिव शरीर त्याग कर अंतिम यात्रा पर प्रस्थान कर गये. जैसे ……
1). श्री एम.सी. जयदेव – पूर्व क्षेत्र प्रचारक दक्षिण मध्य क्षेत्र, 2). श्री रामभाऊ हलदेकर – पूर्व क्षेत्र प्रचारक, दक्षिण पूर्व क्षेत्र, 3). श्री प्रवीणभाई मणीयार – पूर्व प्रांत कार्यवाह, गुजरात, 4). श्री एन.ए. भास्कर राव – प्रांत कार्यवाह आंध्रप्रदेश, 5). श्री कमलाकर डोनगाँवकर – पूर्व प्रान्त प्रचारक महाकौशल प्रान्त, 6). डॉ. भाई महावीर – पूर्व राज्यपाल, 7). श्री सुंदरलाल पटवा – पूर्व मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश, 8). श्री राम नरेश यादव – पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, 9). श्रीमती जयवंतीबेन मेहता – पूर्व केन्द्रीय मंत्री, 10). श्रीमती शशिकला ताई काकोडकर – प्रथम महिला पूर्व मुख्यमंत्री, गोवा, 11). सुश्री जयललिता – मुख्यमंत्री तमिलनाडु, 12). श्री सुरजीत सिंह बरनाला – पूर्व मुख्यमंत्री पंजाब, 13). श्री जांबुवंतराव धोटे – विदर्भवीर, 14). पू. श्री राधासर्वेश्वरशरण देवाचार्य श्री श्रीजी महाराज – निम्बार्क पीठ के आचार्य, 15). पू. स्वामी सोमपुरी जी महाराज – तीर्थराज पुष्कर ब्रम्हामंदिर के मुख्य पुजारी, 16). पू. स्वामी निर्मलानंदगिरी महाराज – वेदपाठी एवं आयुर्वेद के चिकित्सक, 17). श्री जी. वासुदेवन् नम्बुथिरी – मनारशाला मंदिर के मुख्य पुजारी, 18). श्रीमति निर्मलाताई आठवले – स्वाध्याय परिवार, 19). श्री जोगिंदर सिंह – सी.बी.आई. के पूर्व प्रमुख, 20). श्री एम.जी.के. मेनन – भौतिकशास्त्रज्ञ एवं इस्रो के पूर्व अध्यक्ष, 21). श्री एम. बालमुरलीकृष्ण – प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीतज्ञ, 22). श्री दिलीप पाडगावकर – ज्येष्ठ पत्रकार, टाइम्स ऑफ इंडिया के संपादकीय सलाहकार, 23). श्री चो. रामास्वामी – तमिल साप्ताहिक तुगलक के संपादक, 24). श्री अल्तमस कबीर – भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, 25). श्री वी.पी. रामकृष्ण पिल्लई – आर.एस.पी. के वरिष्ठ नेता, 26). श्री पी. विश्वंभरन – केरल के समाजवादी नेता, 27). श्री ओम पुरी – प्रख्यात सिने कलाकार, 28). श्री पी. शिवशंकर – पूर्व केन्द्रीय मंत्री, 29). श्री ईशकुमार चड्ढा – पूर्व सह प्रांत कार्यवाह, दिल्ली, 30). श्री अनुपम मिश्र – गांधीवादी विचारक, लेखक, दिल्ली, 31). डॉ. कृष्णराव हरदास – विश्व विभाग के कार्य में विशेष योगदान, 32). श्री भूषणलाल धूपड – हरियाणा मा. विभाग संघचालक, फरीदाबाद, 33). श्री गंगुमेई कामेई – मणिपुर कल्याण आश्रम के संरक्षक एवं पूर्व मंत्री, 34). श्री एच. कन्हैयालाल – मणिपुर संस्कार भारती के संरक्षक, 35). श्री तारक मेहता – गुजरात पद्मश्री सम्मानित साहित्यकार, 36). श्री रवि रे – ओडिशा, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष, 37). श्री विष्णु, श्री अनिलकुमार, श्री निर्मल, श्री राधाकृष्णन, श्री संतोष, श्री ए. रवीन्द्रनाथ एवं श्रीमति विमला जी – केरल में साम्यवादी हिंसा के शिकार तथा 38). श्री तुषार राय एवं श्री सोनू चौहान – अल्पकालिन विस्तारक के नाते गये तब तालाब में डूबकर मृत्यु हुई.
वैसे ही विभिन्न दुर्घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं, सीमा पर संघर्ष करते हुए अपने प्राण गवाँ बैठे ऐसे सभी बंधु तथा राजनैतिक असहिष्णुता के चलते हिंसा के बलि चढ़े ऐसे बंधुओं का स्मरण होता है.
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ऐसे समस्त दिवंगतों के दुःखी परिवारों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना प्रकट करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगतों को सद्गति प्राप्त हो. हम श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं.
ऊँ शान्तिः शान्तिः शान्तिः