विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल ने चुनाव आयोग से कहा है कि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला तथा महबूबा मुफ़्ती ने पाकिस्तान की कठपुतली बन धारा 370 व 35A का विरोध कर लगातार कश्मीर की बहुसंख्यक मुस्लिम आबादी का हवाला देते हुए वहां के माहौल को जानबूझकर योजना पूर्वक साम्प्रदायिक बनाने की कुचेष्टा की है. अतः इन नेताओं द्वारा आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने के कारण इनके विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाए. आयोग को सम्बंधित दस्तावेज सौंपते हुए उन्होंने कहा कि जो नेता भारत की सम्प्रभुता पर हमला करते हुए यह कहते हों कि “ना समझोगे तो मिट जाओगे ऐ हिन्दुस्तान वालो, तुम्हारी दास्तां तक भी ना रहेगी दास्तानों में” और जो वहां के बहुसंख्यक मसलमानों के नाम पर जनता को भारत को तोड़ने के लिए भड़काते हों तो उन पर कड़ी कार्यवाही तो बनती ही है. आयोग ने प्रतिनिधि मण्डल को आरोपों की जांच के बाद उचित कार्यवाही का भरोसा दिया है.